Estimated read time 1 min read
बीच बहस

जन्मदिन पर विशेष: लोहिया ने रखी देश में विपक्ष की नींव

आज (23 मार्च) एक कुजात गांधीवादी का जन्मदिन है, हालांकि उस कुजात गांधीवादी ने अपना जन्मदिन कभी नहीं मनाया। उसी के जन्मदिन के दिन ही [more…]

Estimated read time 4 min read
बीच बहस

नेताजी सुभाष का साम्प्रदायिक ताकतों से टकराव 

सुभाष चन्द्र बोस भारतीय स्वाधीनता संग्राम के अप्रतिम योद्धा थे। योद्धा शब्द सच में केवल उन्हीं के लिये कहा जा सकता है। अंग्रेज़ी हुक़ूमत के [more…]

Estimated read time 2 min read
बीच बहस

नेहरू और सुभाष के बीच पत्र व्यवहार

पंडित जवाहरलाल नेहरू द्वारा संपादित एक ग्रंथ है जिसमें उन्हें संबोधित अनेक पत्र प्रकाशित किए गए हैं। इन पत्रों का चयन स्वयं जवाहरलाल नेहरू ने [more…]

Estimated read time 2 min read
संस्कृति-समाज

वैचारिक उथल पुथल और जिज्ञासा की ख़ुराक़ है -“उसने गांधी को क्यों मारा?”

0 comments

गांधी अपने समय से हमारे समय तक के सबसे चर्चित नाम है। गांधी इसीलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि महात्मा गांधी के अतिरिक्त एक पक्ष वकालत [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

कंगना रनौत: भारत को आज़ादी कब और कैसे मिली

जैसे-जैसे संकीर्ण राष्ट्रवाद और मुखर, और आक्रामक होता जा रहा है वैसे-वैसे हमारे स्वाधीनता संग्राम के इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने की प्रवृत्ति बढ़ती जा रही है। [more…]

Estimated read time 1 min read
राजनीति

सांप्रदायिकताः फुनगी छोड़िए, समस्या की जड़ को पकड़िए

भारत के मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमना ने मीडिया में बढ़ती सांप्रदायिकता पर चिंता जता कर अच्छी पहल की है। इससे देश के विभिन्न संस्थानों [more…]

Estimated read time 1 min read
ज़रूरी ख़बर

अतिथि देवो भव वाले नये भारत ने अफगान महिला सांसद को एयरपोर्ट से किया डिपोर्ट

0 comments

अफ़ग़ानिस्तान की महिला सांसद रंगीना करगर ने भारत सरकार पर संगीन आरोप लगाते हुये दावा किया है कि दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर [more…]

Estimated read time 1 min read
संस्कृति-समाज

भारत छोड़ो आंदोलन और गांधीजी का यादगार भाषण

1920 से 1948 तक का कालखंड, भारतीय इतिहास में गांधी युग के नाम से जाना जाता है। अगर कोई एक वाक्य में गांधी की स्वाधीनता [more…]

Estimated read time 1 min read
संस्कृति-समाज

9 अगस्त 1942 की कहानी, अगस्त क्रांति के सिपाही डॉ. जीजी परीख की जुबानी

98 वर्षीय डॉ. जीजी परीख 9 अगस्त 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में शामिल थे। महात्मा गांधी ने 8 अगस्त के भाषण में हिन्दू-मुस्लिम एकता [more…]

Estimated read time 2 min read
ज़रूरी ख़बर

दलित लेखन : इतिहास की पुनर्व्याख्या

भारतीय समाज आदिकाल से ही वर्ण व्यवस्था द्वारा नियंत्रित रहा है। ऐसा माना जाता है कि जो वर्ण व्यवस्था प्रारंभ में कर्म पर आधारित थी [more…]