Author: प्रफुल्ल कोलख्यान
धीमी आवाज पर कान हो हाथ में वोटर कार्ड हो कि यह मुल्क हम सब का है
पूरी दुनिया भारत के लोकतंत्र के भविष्य पर भारत के निर्णय का बेकरारी से इंतजार कर रहा है। सब की नजर हिंदी पट्टी में भारत [more…]
भारत का लोकतंत्र ‘लोक’ की हिफाजत में है ‘तंत्र’ की गिरफ्त में नहीं, बिल्कुल नहीं
भारत के लोकतंत्र के लिए गैरमामूली आम चुनाव 2024 सामने है। चुनाव प्रचार का सिलसिला जोर पकड़ चुका है। चुनाव प्रचार के सिलसिला में 2 [more…]
इलेक्टोरल बॉन्ड के पहले और बाद की राजनीति एवं रणनीति
भाग्य विधाता बनने की हैसियत के भ्रम के शिकार नरेंद्र मोदी अपनी औका पर इतराते हुए कह गये कि इलेक्टोरल बांड की अभेद्य गोपनीयता के [more…]
आगे बढ़कर बचा लेना होगा लोकतंत्र को भी, उम्मीद को भी
माननीय सुप्रीम कोर्ट में भारत सरकार की तरफ से कहा गया है कि चुनाव संपन्न होने तक आयकर विभाग (IT) कांग्रेस की फाइल पर कोई [more…]
संविधान, लोकतंत्र, राष्ट्रीय एकता, सभ्य और बेहतर जीवन हमारा हक है
ऐतिहासिक रामलीला मैदान में विपक्षी गठबंधन की ‘लोकतंत्र बचाओ’ रैली सफलतापूर्वक शुभ-शुभ संपन्न हुई। सफल इसलिए कि उसका संदेश इस कठिन समय में लोगों का [more…]
तो फिर क्या समाधान है, समझना होगा समाधान है साहस
ऐतिहासिक रामलीला मैदान एक बार फिर भारत के लोकतंत्र की अंगड़ाइयों के इतिहास का साक्षी बनेगा। कहते हैं जो चीज जहां खोती है, उसकी तलाश [more…]
अब संसदीय लोकतंत्र के तामझाम पर चमक रहा है बिल्कुल नया सामंती ताला
आम चुनाव में राजनीतिक दलों में कांटे की टक्कर में कांटेदार टकराव और चकराव है। अभी आगे सत्य हकलाता हुआ मारा-मारा फिरेगा और झूठ दहाड़ता [more…]
लोकतंत्र की आंख में पानी बचाने और तालाब में नया पानी भरने के लिए चुनाव
सामने 2024 का आम चुनाव है। केंद्रीय चुनाव आयोग मन-प्राण और प्राण-पण से स्वतंत्र, निष्पक्ष, निर्भय एवं दबाव से मुक्त वातावरण में चुनाव संपन्न करवाने [more…]
लोकतंत्र में शासक बदलते रहते हैं लोकतंत्र नहीं बदलता
परिवर्तन प्रकृति का अपरिवर्तनीय नियम है। संसार में बदलाव की प्रक्रिया जारी रहती है। इस बदलाव के अपने नियम हैं। हर बदलाव में मूल तत्व [more…]
‘एक सूत्रीय भारतबोध’ के कुत्सित इरादों के विरुद्ध ‘सामासिक भारतबोध’ के आग्रह और अपील
आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) के द्वारा गिरफ्तार कर लिये जाने के बाद सिर्फ आम आदमी पार्टी के नेता [more…]