Estimated read time 1 min read
राजनीति

खौफ़जदा हैं महिलाएं लेकिन तालिबान से लड़ने का जज़्बा कायम!

तालिबान की वापसी से महिलाएं सबसे ज्यादा खौफ़जदा हैं, क्योंकि बीते दिनों कुछ प्रांतों पर कब्जे के बाद से ही उसके नेताओं ने अपना रंग [more…]

Estimated read time 2 min read
बीच बहस

कैसे आएगा पुलिस के हैवानी चेहरे में बदलाव?

“पुलिस स्टेशन मानवाधिकारों एवं मानवीय सम्मान के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। मानवाधिकारों के हनन और शारीरिक यातनाओं का सबसे ज्यादा खतरा थानों में है। [more…]

Estimated read time 1 min read
ज़रूरी ख़बर

स्टेन स्वामी और उनके दस सिर वाले रावणी हत्यारे

एक ओर दशकों से झारखंड में आदिवासी अधिकारों के लिए संघर्ष को समर्पित, पार्किन्सन समेत बढ़ती उम्र से जुड़ी अशक्तता के मारे स्टेन स्वामी और [more…]

Estimated read time 1 min read
ज़रूरी ख़बर

सरकार की प्राथमिकता में, न तो किसान हैं, और न ही कामगार!

सोशल मीडिया पर एक फोटो और एक खबर घूम रही है कि एक किसान नेता एसी में आराम कर रहे हैं। उस पर बहुत से [more…]

Estimated read time 1 min read
ज़रूरी ख़बर

माननीय! आप मानवाधिकारों या मोदी सरकार, किसके हैं रक्षक?

प्रिय न्यायमूर्ति अरुण मिश्र, कुछ सप्ताह पहले जब मलयालम के एक समाचार पत्र में एक रिपोर्ट छपी कि आपने अपना सरकारी आवास नहीं छोड़ा है। [more…]

Estimated read time 5 min read
ज़रूरी ख़बर

आलोचकों, किसान आंदोलन के समर्थकों को निशाना बना रहा है सरकारी तंत्र: ह्यूमन राइट्स वॉच

न्यूयॉर्क। भारत सरकार ने किसान आंदोलन से निपटने के अपने तौर-तरीकों की बढ़ती अंतरराष्ट्रीय आलोचना के जवाब में जिस प्रकार की कार्रवाइयां की हैं, वे अभिव्यक्ति की [more…]

Estimated read time 2 min read
राजनीति

भारत में नहीं हैं अल्पसंख्यक सुरक्षित, किसानों के अधिकारों पर भी हो रहा हमला:ह्यूमन राइट्स वॉच

0 comments

न्यूयॉर्क। ह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा है कि भारत में सरकारी तंत्र ने मुसलमानों के खिलाफ सुव्यवस्थित रूप से भेदभाव करने और सरकार के आलोचकों [more…]

Estimated read time 1 min read
राज्य

लोकतंत्र और सामाजिक न्याय के सवाल पर बिहार में शुरू हुई शहीद जगदेव-कर्पूरी संदेश यात्रा

बिहार में ‘शहीद जगदेव-कर्पूरी संदेश यात्रा शुरू की गई। यह यात्रा ‘शहीद जगदेव-कर्पूरी का संदेश, बहुजन हो एक’ और ‘ब्राह्मणवादी-पूंजीवादी हमले के खिलाफ संघर्ष करो [more…]

Estimated read time 2 min read
बीच बहस

किसानों ने भी उठायी राजनीतिक कैदियों की रिहाई की मांग

गुरुवार, 10 दिसंबर विश्व मानवाधिकार दिवस के मौके पर टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने जेलों में बंद विचाराधीन सभी सामाजिक और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की रिहाई [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

मानवाधिकार दिवस पर विशेष: महिलाओं के बिना असंभव थी मानव अधिकारों की सार्वभौम घोषणा

यूनिवर्सल डिक्लेरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स (यूडीएचआर) को उसका निर्णायक और अंतिम स्वरूप देने में महिलाओं की भूमिका प्रायः अचर्चित रही है जबकि वास्तविकता यह है [more…]