जगह-जगह श्मशान के रूप में दिखने लगी सरकार की जन स्वास्थ्य के प्रति आपराधिक लापरवाही
सरकार की जन स्वास्थ्य नीति क्या है इस पर कभी चर्चा नहीं होती और अगर होती भी है तो बहुत कम उस चर्चा का जिक्र [more…]
सरकार की जन स्वास्थ्य नीति क्या है इस पर कभी चर्चा नहीं होती और अगर होती भी है तो बहुत कम उस चर्चा का जिक्र [more…]
हम कोरोना महामारी के दूसरे दौर में हैं। यह बेहद खतरनाक और डरा देने वाला दौर है। 30 जनवरी को लगभग 14 महीने पहले जब [more…]
अमेरिका की प्रतिष्ठित थिंक टैंक पियू रिसर्च (Pew Research ) ने हाल ही में इस विषय पर शोध किया है और अपने शोध को उन्होंने [more…]
भोजपुरी में नजरअंदाजी के लिये एक शब्द है, महठियाना। यानी चीजें सामने घट रही हैं, सुनाई दे रही हैं, फिर भी मूँदहू आंख कतहुं कुछ [more…]
जैसे-जैसे घृणा और जाति, धर्म, रंग, क्षेत्र से जुड़ी कट्टर घटनाएं बढ़ने लगती हैं तो उसका सीधा असर पुलिस और सुरक्षा बलों पर पड़ता है। [more…]
2012-13 में जब सुप्रीम कोर्ट ने भरी अदालत में सीबीआई को एक पिजड़े का तोता कहा तो तब खूब हो हल्ला मचा। तत्कालीन सीबीआई प्रमुख [more…]
इतिहास के साथ दुष्प्रचार और गलतबयानी एक आम बात रही है। सत्तारूढ़ शासक अक्सर अपने विकृत और विद्रूप अतीत को छुपाना चाहते हैं और अपने [more…]
आज एक कुजात गांधीवादी का जन्मदिन है, हालांकि उस कुजात गांधीवादी ने अपना जन्मदिन कभी नहीं मनाया। उसी के जन्मदिन के दिन ही शहीद ए [more…]
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर और महाराष्ट्र के वर्तमान डीजी होमगार्ड परमवीर सिंह का एक पत्र आज कल चर्चा में बना हुआ है। इस संबंध [more…]
15 और 16 मार्च को बैंकिंग सेक्टर के सरकारी बैंकों के कर्मचारियों की सफल हड़ताल के बाद आज से 52 साल पहले, भारतीय अर्थव्यवस्था और [more…]