Estimated read time 1 min read
बीच बहस

पुण्यतिथि पर विशेष: नेहरू ने अपनी जिंदगी के साढ़े नौ साल बिताए जेल में     

                                   सोशल मीडिया पर यह बात भी गाहे बगाहे कही जाती है कि जवाहरलाल नेहरू को किसी नियमित जेल में नहीं बल्कि आरामदायक डाक बंगले [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

हे परमात्मा बनारस को बुरी नजर से दूर रखना: गालिब

पहले मिर्जा गालिब की लिखी यह पंक्तियां पढ़ें, तआलल्लाह बनारस चश्म ए बद’दूर बहिश्त ए खुर्रम ओ फिरदौस ए मामूर, इबादतख़ान ए नाकूसियाँ अस्त ए [more…]

Estimated read time 1 min read
संस्कृति-समाज

जन्मदिन पर विशेष: जिंदा रहते किंवदंती बन गए थे नजरुल इस्लाम

काजी नज़रुल इस्लाम (24 मई 1899 – 29 अगस्त 1976) बांग्ला के एक प्रसिद्ध कवि, लेखक, संगीतकार और बांग्लादेश के राष्ट्रीय कवि थे। नजरुल को [more…]

Estimated read time 1 min read
पहला पन्ना 

ज्ञानवापी सर्वे मामला और जज साहब का भय

वाराणसी के सीनियर डिविजन सिविल जज के यहां ज्ञानवापी की सर्वे रिपोर्ट दाखिल होनी है पर वह आज दाखिल होती है या कब, यह पता [more…]

Estimated read time 1 min read
पहला पन्ना 

ताजमहल पर विवाद और उसकी हक़ीकत

ताजमहल पर दायर पीआईएल इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने खारिज कर दी है। कानूनी जानकार, इस अजीबोगरीब जनहित याचिका का परिणाम जानते थे। अदालत [more…]

Estimated read time 2 min read
बीच बहस

पीएम और सीएम का विरोध अगर देशद्रोह है तो फिर अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का क्या हुआ जनाब? 

यह सवाल उठ सकता है कि 1870 से चले आ रहे इस राजद्रोह कानून पर अभी इतनी कौन सी आफत आ गयी कि सुप्रीम कोर्ट [more…]

Estimated read time 7 min read
बीच बहस

आखिर क्या है राजद्रोह कानून की धारा 124A का इतिहास?

सुप्रीम कोर्ट द्वारा राजद्रोह यानी सेडिशन धारा 124A आईपीसी के संबंध में दिनांक 11 मई 2022 को दिया गया फैसला देश के न्यायिक इतिहास में [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

जन्मदिन पर विशेष: टैगोर की दृष्टि में राष्ट्रवाद और देशभक्ति

गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर एक अंतरराष्ट्रीय व्यक्तित्व थे। बंगाल के कुछ बेहद सम्पन्न लोगों में उनका परिवार आता था। उनके बड़े भाई सत्येंद्र नाथ टैगोर, [more…]

Estimated read time 3 min read
बीच बहस

इतिहास के पथ पर एक स्थाई लैंडमार्क हैं मार्क्स

आज कार्ल मार्क्स का जन्मदिन है। विश्व के वैचारिक इतिहास में कार्ल मार्क्स एक ऐसी प्रतिभा हैं जिन्होंने समाज और विकास की धारा बदल दी। [more…]

Estimated read time 1 min read
बीच बहस

विधिक शासन के ध्वस्त हो जाने का प्रतीक है बुलडोजर

लम्बे समय से देश के क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम या आपराधिक न्याय प्रणाली की विफलता, खामियों और जन अपेक्षाओं के अनुरूप उसे लागू न करने को [more…]