Friday, April 26, 2024

ग्राउंड रिपोर्ट: किसानों की जरूरत और पराली संकट का समाधान

मुजफ्फरपुर। “हम लोग बहुत मजबूर हैं, समयानुसार खेतों की जुताई-बुआई करनी पड़ती है। खेतों में सिंचाई तो स्वयं कर लेते हैं, लेकिन तैयार फसलों की कटाई के समय बहुत दिक्कत होती है।...

बीजद को लगा झटका, टिकट न मिलने से नाराज पाणिग्रही...

एक तरफ जहां भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2024 में अपने कई नामचीन नेताओं, पूर्व सांसदों को टिकट नहीं दिया है, बावजूद एकाध को छोड़कर लगभग लोग चुप्पी साधे हुए हैं उसका कारण जो भी...

जिन चीजों को मुद्दा वामपंथी-बहुजन नेताओं को बनाना चाहिए, उसे...

इस देश में जितनी धन-दौलत 70 करोड़ लोगों के पास है, उतनी धन-दौलत पर सिर्फ 21 लोगों ने कब्जा जमा लिया है। इस आंकड़े को थोड़ा और आगे बढ़ाएं तो पाते...

ईवीएम से ही होगा मतदान, सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की वीवीपेट...

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के वोटों की वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपेट) पर्चियों से 100 फीसदी सत्यापन की मांग...

‎केवल सात सेकेंड की शक्ति से झूठ-सच के अदल-बदल...

अब 2024 के आम चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर मजबूत सरकार का मुद्दा बहुत मजबूती से उठाया है। आम नागरिकों के जीवन से...

संकट में पति कर सकता है स्त्रीधन इस्तेमाल, बाद में...

विवाहित महिलाओं के स्त्रीधन पर उनके अधिकार को मजबूत करते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अहम फैसला सुनाया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 'स्त्रीधन' दंपत्ति की संयुक्त...

क्या सरकार निजी संपत्ति को जब्त या पुनर्वितरित कर...

सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को स्पष्ट किया कि अदालत केशवानंद भारती मामले में ऐतिहासिक 13-न्यायाधीशों की पीठ के फैसले के अधीन है, जिसमें संविधान के अनुच्छेद 31 सी के...

कहर साबित हुई उत्तराखंड में बेमौसम बारिश

अत्यधिक वर्षा, भूस्खलन और तबाही, जलवायु परिवर्तन के लक्षण साफ हैं। पर हम जलवायु-परिवर्तन को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, बड़े-बड़े समाधान के बारे में सोचते हैं, लेकिन उसके...

बेचैन करती है जलवायु परिवर्तन पर यूएन की...

जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र की अंतर-सरकारी समिति (आईपीसीसी) की ताजा रिपोर्ट बेचैन करने वाली है। इस रिपोर्ट ने पहली बार जलवायु परिवर्तन के लिए मानवीय गतिविधियों को ‘असंदिग्ध’रूप...

जंगलों और पारिस्थितिकी के लिए खतरे की घंटी...

हाल ही में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा वन संरक्षण अधिनियम 1980 में प्रस्तावित संशोधनों को लेकर प्रकाशित मसौदा दस्तावेज पर हिमाचल प्रदेश के विभिन्न पर्यावरणवादियों और...

पुस्तक समीक्षा: निष्‍ठुर समय से टकराती औरतों की...

शोभा सिंह का कहानी संग्रह, 'चाकू समय में हथेलियां', विविध समाजिक मुद्दों पर केंद्रित है, जैसे पितृसत्ता, ब्राह्मणवाद, सांप्रदायिकता और स्त्री संघर्ष। भारतीय समाज के विभिन्न तबकों से उठाए गए पात्र महिला अस्तित्व और स्वाभिमान की कहानियां बयान करते हैं। इस संग्रह में अन्याय और संघर्ष को दर्शाने वाली चौदह कहानियां सम्मिलित हैं।

स्मृति शेष : जन कलाकार बलराज साहनी

अपनी लाजवाब अदाकारी और समाजी—सियासी सरोकारों के लिए जाने—पहचाने जाने वाले बलराज साहनी सांस्कृतिक...

राजपूतों का देशव्यापी विरोध बीजेपी के लिए बन गया है गले की हड्डी

अहमदाबाद। चुनाव जीतने के लिए भाजपा की व्यूह रचना हर एक स्टेट में अलग होती है जिसमें गुजरात हमेशा से प्रयोगशाला बना हुआ है। गुजरात में जो स्ट्रैट्जी काम कर जाती है उसे दूसरे स्टेट में भी भाजपा...