Author: सुशील मानव
भुखमरी से लड़ने के लिए बने कानून को मटियामेट करने की तैयारी
मोदी सरकार द्वारा कल रविवार को राज्यसभा में पास करवाए गए किसान विधेयकों के एक साल बाद इस देश में कोविड-19 वैश्विक महामारी आती तो [more…]
बॉलीवुड का हिंदुत्वादी खेमा बनाकर बादशाहत और ‘सरकारी पुरस्कार’ पाने की बेकरारी
‘लॉर्ड्स ऑफ रिंग’ फिल्म की ट्रॉयोलॉजी जब विभिन्न भाषाओं में डब होकर पूरी दुनिया में धूम मचा रही थी तब आमिर ख़ान ने कहा था [more…]
जनता के ‘मन की बात’ से घबराये मोदी की सोशल मीडिया को उससे दूर करने की क़वायद
करीब दस दिन पहले पत्रकार मित्र आरज़ू आलम से फोन पर बात हुई। पहले कोविड-19 और फिर टाई-फाईड से जूझ रहे आरज़ू से उनके स्वास्थ्य [more…]
दिल्ली पुलिस पर भरोसा नहीं! 5 दलों के नेताओं ने राष्ट्रपति से मिलकर की दंगों की न्यायिक जांच की मांग
पांच राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भारत के राष्ट्रपति से मिलकर उनसे दिल्ली दंगों की न्यायिक जांच कराने की मांग की है। ये पांच पार्टियां [more…]
‘राष्ट्रीय बेरोज़गार दिवस’ मुबारक हो नरेंद्र मोदी जी!
आज 17 सितंबर को देश की युवा आबादी ‘राष्ट्रीय बेरोज़गार दिवस’ के तौर पर मना रही है। पांच साल में करोड़ों युवाओं की नौकरियां छीनने [more…]
ताली बजवाने वाली सरकार के पास, कोरोना से मरे स्वास्थ्यकर्मियों का भी डेटा नहीं
कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन स्वास्थ्यकर्मियों के लिए जनता से ताली थाली पिटवाया, जिनके लिए दीया मोमबत्ती जलवाया, कोरोना वैरियर और रियल [more…]
और भी बहुत काम हैं! प्रवासी मजदूरों की मौतों का आंकड़ा जुटाने के लिए थोड़े ही है सरकार
कोविड-19 वैश्विक महामारी के बीच आज मानसून सत्र के पहले दिन लोकसभा में सरकार से प्रश्न पूछा गया कि- “क्या सरकार के पास अपने गृहराज्यों [more…]
कोविड-19: नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार के आरोप और प्रोटेस्ट के बीच इजराइल में दूसरी बार देशव्यापी लॉकडाउन
इजराइल में कोरोना के मामलों में जबर्दस्त उछाल, प्रधानमंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप को लेकर पिछले 12 सप्ताह से लगातार हो रहे विरोध-प्रदर्शन और कोरोना [more…]
यूपी-एसएसएफ के बहाने काटे गए न्यायपालिका के हाथ, अब नागरिक स्वतंत्रता SSF के बूटों तले
अभी चंद दिनों पहले ही ख़बर आई थी कि उत्तर प्रदेश का पहले डिटेंशन कैंप ग़ाजियाबाद में बनकर तैयार हो गया है। अब कल ख़बर [more…]
नौकरशाही की रगों में दौड़ता सांप्रदायिकता का खून
भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुकी नौकरशाही में अब खुले तौर पर सांप्रदायिक स्वर सुनाई देने लगे हैं। ऐसा नहीं था कि नौकरशाही में सांप्रदायिक मानसिकता [more…]