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ब्लैक लाइव्स मैटर: अमेरिका-पश्चिमी यूरोप में जनांदोलन की लहर के मायने
आधुनिक युग में मानव जाति की नियति तय करने वाली पश्चिमी दुनिया (साम्राज्यवादी दुनिया) विशेषकर अमेरिका ब्लैक लाइव्स मैटर नामक एक बड़े जनांदोलन की चपेट [more…]
यूपी में महिलाओं ने एक सुर में कहा- सूबे में गुंडाराज नहीं, संविधान का चलेगा राज
लखनऊ। यूपी में जारी महिलाओं के उत्पीड़न के ऐपवा ने आज प्रदेश व्यापी विरोध प्रदर्शन किया। इसके तहत जगह-जगह महिलाओं ने सड़क पर उतर कर [more…]
पुण्यतिथि पर विशेष: वर्गीय शोषण और जातीय उत्पीड़न के खिलाफ संघर्ष के बड़े नायकों में शामिल थे लोकशाहीर अण्णा भाऊ साठे
अण्णा भाऊ साठे की पहचान पूरे देश में एक लोकशाहीर के तौर पर है। खास तौर पर दलित, वंचित, शोषितों के बीच उनकी छवि एक [more…]
जम्मू में दलित उत्पीड़न: जहां कभी थे रोटी-बेटी के रिश्ते, अब हो रही हैं जाति के नाम पर हत्याएं
8 जुलाई की शाम पूरन चंद, उनका बेटा अशोक कुमार और बहू आशा देवी जम्मू के सरूइंसार, मनवाल के गांव चिल्ला स्थित अपने खेत में [more…]
निर्धन हैं! दलित हैं! ऊपर से किसान हैं! तो नये भारत में गुना जैसे स्वागत के लिए तैयार रहिए
मध्यप्रदेश के गुना में दलित दंपति के साथ पुलिस की बर्बरता संवेदनहीन भारतीय समाज और शासन व्यवस्था की कार्यप्रणाली का स्थायी भाव है। प्रशासन और [more…]
दलितों को करीब लाने के लिए संघ ने गढ़े तरह-तरह के छद्म सिद्धांत
(आज बुद्धिजीवी और एक्टिविस्ट आनंद तेलतुंबडे का जन्मदिन है। जन्मदिन के इस मौके पर भी वह भीमा-कोरेगांव मामले में इस समय जेल में हैं। और [more…]
मध्य प्रदेश: सरे खेत पुलिस का नंगा नाच चलता रहा, दलित दंपति समेत बच्चे गिड़गिड़ाते रहे
कीटनाशक पीकर बेहोश पड़े पिता को हाथ में लेकर विलाप करते बच्चे की तस्वीर आपने देखी कि नहीं देखी। उस बच्चे के दारुण दुःख के [more…]
रणवीर सेना: अचानक बनती सुर्खियों के क्या मायने हैं ?
पिछले दिनों उसने अपने सोशल मीडिया पेज पर भीम आर्मी के बिहार प्रमुख गौरव सिराज और एक अन्य कार्यकर्ता वेद प्रकाश को खुलेआम धमकाया है। [more…]
तुलसीराम के जन्मदिन पर विशेष: ‘मुर्दहिया’ में भूख, ग़रीबी और अंधविश्वास के चित्र
भारतीय साहित्य में अपनी पहली ही कृति आत्मकथा ‘मुर्दहिया’ से तुलसीराम हिन्दी साहित्य और दलित साहित्य में कालजयी लेखकों की प्रथम पंक्ति में शामिल हो [more…]
जन्मदिन पर विशेष: हिन्दी साहित्य के ठहरे जल में तूफ़ान लाने वाले ओमप्रकाश वाल्मीकि
(जानी-मानी लेखिका और सोशल एक्टिविस्ट अनिता भारती ने यह लेख मशहूर हिन्दी लेखक-विचारक और हिन्दी में दलित साहित्य के प्रमुख स्तंभ ओमप्रकाश वाल्मीकि (30 June [more…]